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अध्याय 2
मैंने अपने मन में यही ठान लिया था कि फिर तुम्हारे पास उदास होकर न आऊं। 2 क्योंकि यदि मैं तुम्हें उदास करूं, तो मुझे आनन्द देने वाला कौन होग... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 4
इसलिये जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम हियाव नहीं छोड़ते। 2 परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 3
क्याहम फिर अपनी बड़ाई करने लगे? या हमें कितनों कि नाईं सिफारिश की पत्रियां तुम्हारे पास लानी या तुम से लेनी हैं? 2 हमारी पत्री तुम ही हो, ज... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 6
और हम जो उसके सहकर्मी हैं यह भी समझाते हैं, कि परमेश्वर का अनुग्रह जो तुम पर हुआ, व्यर्थ न रहने दो। 2 क्योंकि वह तो कहता है, कि अपनी प्रसन्... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 5
क्योंकि हम जानते हैं, कि जब हमारा पृथ्वी पर का डेरा सरीखा घर गिराया जाएगा तो हमें परमेश्वर की ओर से स्वर्ग पर एक ऐसा भवन मिलेगा, जो हाथों से... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 8
अब हे भाइयों, हम तुम्हें परमेश्वर के उस अनुग्रह का समाचार देते हैं, जो मकिदुनिया की कलीसियाओं पर हुआ है। 2 कि क्लेश की बड़ी परीक्षा में उन ... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 7
सोहे प्यारो जब कि ये प्रतिज्ञाएं हमें मिली हैं, तो आओ, हम अपने आप को शरीर और आत्मा की सब मलिनता से शुद्ध करें, और परमेश्वर का भय रखते हुए पव... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 10
मैंवही पौलुस जो तुम्हारे साम्हने दीन हूं, परन्तु पीठ पीछे तुम्हारी ओर साहस करता हूं; तुम को मसीह की नम्रता, और कोमलता के कारण समझाता हूं। 2 ... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020अध्याय 9
अब उस सेवा के विषय में जो पवित्र लोगों के लिये की जाती है, मुझे तुम को लिखना अवश्य नहीं। 2 क्योंकि मैं तुम्हारे मन की तैयारी को जानता हूं, ... 2 कुरिन्थियों May 14, 2020
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