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अध्याय 2
अब मैं सब से पहले यह उपदेश देता हूं, कि बिनती, और प्रार्थना, और निवेदन, और धन्यवाद, सब मनुष्यों के लिये किए जाएं। 2 राजाओं और सब ऊंचे पद वा... 1 तीमुथियुस May 14, 2020अध्याय 3
यह बात सत्य है, कि जो अध्यक्ष होना चाहता है, तो वह भले काम की इच्छा करता है। 2 सो चाहिए, कि अध्यक्ष निर्दोष, और एक ही पत्नी का पति, संयमी, ... 1 तीमुथियुस May 14, 2020अध्याय 4
परन्तु आत्मा स्पष्टता से कहता है, कि आने वाले समयों में कितने लोग भरमाने वाली आत्माओं, और दुष्टात्माओं की शिक्षाओं पर मन लगाकर विश्वास से बह... 1 तीमुथियुस May 14, 2020अध्याय 5
किसी बूढ़े को न डांट; पर उसे पिता जान कर समझा दे, और जवानों को भाई जान कर; बूढ़ी स्त्रियों को माता जान कर। 2 और जवान स्त्रियों को पूरी पवित... 1 तीमुथियुस May 14, 2020अध्याय 6
जितने दास जूए के नीचे हैं, वे अपने अपने स्वामी को बड़े आदर के योग्य जानें, ताकि परमेश्वर के नाम और उपदेश की निन्दा न हो। 2 और जिन के स्वामी... 1 तीमुथियुस May 14, 2020
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