Showing posts with label मत्ती. Show all posts
Showing posts with label मत्ती. Show all posts
अध्याय 15
तब यरूशलेम से कितने फरीसी और शास्त्री यीशु के पास आकर कहने लगे। 2 तेरे चेले पुरनियों की रीतों को क्यों टालते हैं, कि बिना हाथ धोए रो... मत्ती May 04, 2020अध्याय 16
और फरीसियों और सदूकियों ने पास आकर उसे परखने के लिये उस से कहा, कि हमें आकाश का कोई चिन्ह दिखा। 2 उस ने उन को उत्तर दिया, कि सांझ को... मत्ती May 04, 2020अध्याय 17
छ:दिन के बाद यीशु ने पतरस और याकूब और उसके भाई यूहन्ना को साथ लिया, और उन्हें एकान्त में किसी ऊंचे पहाड़ पर ले गया। 2 और उनके साम्हन... मत्ती May 04, 2020अध्याय 18
उसी घड़ी चेले यीशु के पास आकर पूछने लगे, कि स्वर्ग के राज्य में बड़ा कौन है? 2 इस पर उस ने एक बालक को पास बुलाकर उन के बीच में खड़ा ... मत्ती May 04, 2020अध्याय 19
जब यीशु ये बातें कह चुका, तो गलील से चला गया; और यहूदिया के देश में यरदन के पार आया। 2 और बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली, और उस ने उन्हें... मत्ती May 04, 2020अध्याय 20
स्वर्ग का राज्य किसी गृहस्थ के समान है, जो सबेरे निकला, कि अपने दाख की बारी में मजदूरों को लगाए। 2 और उस ने मजदूरों से एक दीनार रोज ... मत्ती May 04, 2020
Subscribe to:
Posts (Atom)